रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भारत के सभी बैंकों से पूछा है कि वो बताए कि उनके पास कितना एस्पोजर हैं इसके बाद सभी बैंकों ने अपनी जानकारी दी और फिर इसके बाद क्या हुआ इसको जानने के लिए पोस्ट में बने रहें हम आपको नीचे बताते हैं
आज की नई खबर आई है कि देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अडानी ग्रुप को (2.6 अरब डॉलर) को लोन दिया जो कि इंडिया करेंसी के हिसाब से 21000 करोड़ रुपये हैं स्टेट बैंक के भी कुछ अपने नियम हैं उन नियमों के हिसाब से स्टेट बैंक जितना लोन दे सकता था पर हमने नहीं दिया हमें लोन का आधा लोन दिया है गुरुवार को आई रिपोर्ट में उसका खुलसा हो गया है
SBI के चेयरमैन द्वारा
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने गुरुवार को कहा कि उथल-पुथल से प्रभावित अडानी समूह की कंपनियां कर्ज चुका रही हैं और बैंक ने अब तक जो कुछ भी उधार दिया है, उसमें तत्काल उन्हें कोई चुनौती नहीं दिख रही है.
अभी थोड़े दिन पहले अडानी ग्रुप के शेयर में भारी गिरावट आई थी और आज गुरुवार को भी बहुत गिरावट देखने को मिली हैं हालांकि, गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को निराधार और भ्रामक बताया था. उन्होंने दावा किया कि इस रिपोर्ट में जनता को गुमराह करने की कोशिश की गई है. अडानी ग्रुप ने इस मामले को कोर्ट में ले जाने की भी बात कही थी.लेकिन अभी तक ऐसी कोई भी खबर नहीं आई है कि अडानी ग्रुप कोर्ट मेन केस लेकर गया हो
गुरुवार को अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक में लगभग 20% की गिरावट दर्ज की गई, जो मार्च 2022 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. इस ग्रुप की अन्य कंपनियां भी दबाव में देखी गई. अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन 5% नीचे थे, जबकि अडानी टोटल गैस, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन में 10% की गिरावट आई थी.
FPO रद्द करने के बाद गुरुवार को भी कंपनी के शेयरों में गिरावट रिकॉर्ड की गई. इसके बाद इस दिग्गज कंपनी का मार्केट लॉस 100 बिलियन डॉलर तक चला गया है.
पंजाब नेशनल बैंक की बात करें तो इस बैंक का अडानी ग्रुप में कुल जोखिम 7000 करोड़ रुपये है.
बता दें कि गुरुवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सभी सरकारी बैंकों से कहा है कि उन्होंने कितना लोन अडानी ग्रुप की कंपनियों को दिया है. इसकी जानकारी आरबीआई को दें. समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ये जानकारी दी है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार RBI ने जो जानकारियां मांगी है उसमें कर्ज देने के लिए अडानी ग्रुप की जिन संपत्तियों को कोलेटरल के रूप में माना गया है उसकी लिस्ट भी शामिल है. इसके अलावा अडानी ग्रुप में बैंकों के अप्रत्यक्ष जोखिम की लिस्ट भी मांगी गई है.
अडानी ग्रुप में इंडियन बैंकिंग सेक्टर का जोखिम मात्र 0.6 प्रतिशत है.