उत्तराखंड सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण व उन्हें लाभान्वित करने के लिए घसियारी कल्याण योजना उत्तराखंड 2023 को शुरू किया है। पहाड़ का जीवन बड़ा ही संघर्षपूर्ण होता है। पहाड़ की इस जटिल परिस्थितियों के बीच महिलाओं को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ता है। पहाड़ की महिलाओं को घर पर खाना बनाने के अलावा खेती व पशुपालन संबधी अन्य कार्यों में भी पुरुषो के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर बराबर या उससे भी अधिक योगदान देती है।पहाड़ी महिलाएं इन्ही सब परेशानियों के बीच रोज दूर पहाड़ी पर घास लेने के लिए जाती है। जिसमें इन्हे कहीं परेशानियों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं की इन सभी समस्याओं को ध्यान में रखकर उत्तराखंड सरकार द्वारा उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना 2022 को शुरू किया है। इस योजना में पंजीकरण करवाने के बाद पशुओ को पौष्टिक चारा/आहार उपलब्ध किया जायेगा। इस योजना के लिए कैसे पात्र होंगे, इसके लाभ क्या है?
Ghasiyari Kalyan Yojana
कहीं योजनाओ को शुरू किया है उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा उनमे से एक प्रमुख योजना जिसे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह द्वारा मुख्यमंत्री (घसियारी कल्याण योजना) द्वारा शुभारंभ किया गया था। उत्तराखंड सरकार द्वारा बहुत कम मूल्य दर में पशुओं के लिए चारा उपलब्ध करवाया जाता है। उत्तराखंड की महिलाओं को दूर पहाड़ी में घास काटने के लिए जाना पड़ता है। सरकार ने इस समस्या को देखकर मुख्यमंत्री घसियारी योजना को शुरू किया है। घसियारी उत्तराखंड में पहाड़ी भाषा में घास काटने वाली महिला को कहा जाता है। इसीलिए इस योजना का नाम घसियारी योजना रखा गया है।
सरकार द्वारा इस योजना के तहत उपलब्ध करवाया जाने वाला चारा संतुलित होगा। पशुओ को चारे में सभी तरह के तत्वों का विशेष ध्यान रखा जायेगा जिससे दुधारू पशुओं में दूध की उत्पादकता बढ़ेगी, इसके साथ साथ महिलाओं को घास लेन में होने वाली समस्या भी समाप्त हो जाएगी
Mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana Highlights 2023
योजना का नाम | मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना |
किस राज्य से संबधित है। | उत्तराखंड सरकार |
लाभार्थी कौन है। | उत्तराखंड के नागरिक |
योजना का उद्देश्य | पौष्टिक पशु आहार उपलब्ध कराना। |
आधिकारिक वेबसाइट | https://uk.gov.in/ |
साल | 2023 |
राज्य | उत्तराखंड |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
अर्थ क्या है? घसियारी का
घसियारी पहाड़ी बोली का शब्द है। घास काटने वाली महिला को घसियारी कहा जाता है। उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति बहुत ही जटिल है। महिलाये दूर दूर पहाड़ो तक जाकर काटती है। काटने के बाद उसे सिर पर उठाकर लती है।
लाभ घस्यारी कल्याण योजना उत्तराखंड के
- दूध मिलने से बच्चो में होने वाली कुपोषण की बीमारियों से बचाव होगा।
- दुधारू पशुओं को पौष्टिक चारा सरकार की घस्यारी योजना के माध्यम से उपलब्ध करवाया जायेगा।
- लोग अपने घरो पशु रखने के लिए प्रोत्साहित होंगे। पशु रखने से बच्चो को पीने के लिए दूध मिलेगा।
- पौष्टिक चारा मिलने से राज्य में दुग्ध उत्पादन में काफी बृद्धि होगी। जिससे उत्तराखंड के ग्रामीण लोगो की आय में बृद्धि होगी। उनका जीवन खुशहाल होगा।
- महिलाओं के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा। उन्हें दूर पहाड़ से घास सिर पर उठाकर नहीं लाना पड़ेगा।
- पशु आहार उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र में उपलब्ध करवाया जायेगा, जो लगभग 25 से 30 किलो के बेग होगा।
पात्रता घस्यारी कल्याण योजना के लिए
- दुधारू पशु रखते हो।
- घस्यारी योजना उत्तराखंड के निवासियों के लिए है, जिनके पास पशु है।
- उत्तराखंड के पशुपालक जो यहां के मूल निवासी हो।
आवश्यक दस्तावेज घसियारी योजना हेतु
आपके पास निम्नलिखित दस्तावेजों का होना आवश्यक है। आप यदि उत्तराखंड के मूल निवासी है और घसियारी योजना के लिए यदि आप आवेदन करना चाहते है,
- बैंक खाता संख्या
- आधार कार्ड।
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ।
- राशन कार्ड।
- वोटर आई डी कार्ड।
आवेदन प्रकिया 2023 उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना
घसियारी कल्याण योजना उत्तराखंड को हाल ही में शुरू किया गया है। इसके लिए एक अलग से पोर्टल से बनाया जायेगा। ऑनलाइन आवेदन की सम्पूर्ण प्रक्रिया के बारे में जैसे ही पोर्टल पर कोई नयी सूचना आती है, हम आपको सपूर्ण जानकारी स्टेप बाई स्टेप बताएँगे।
किस राज्य से संबधित है? मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना
घसियारी कल्याण योजना (mgky) उत्तराखंड राज्य से संबधित है। जिसे राज्य सरकार द्वारा पशुपालको के कल्याण के लिए शुरू किया गया है।
ऑफिसियल वेबसाइट क्या? मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना उत्तराखंड की
उत्तराखंड घसियारी कल्याण योजना व उत्तराखंड की अन्य योजनाओं से जुडी जानकारी आप उत्तराखंड शासन की आधिकारिक वेबसाइट uk.gov.in पर जाकर प्राप्त कर सकते है।